Director Message

Director Message

प्रिय अभिभावक

सभी को नमस्कार |

” शिक्षा केवल उन विषयों के बारे में नहीं है जो स्कूल में सीखे और सिखाए जाते हैं। शिक्षित बनना स्कूल में और फिर कॉलेज में होने तक ही सीमित नहीं है, प्रमाण पत्र इकट्ठा करना और स्वयं पर गर्व महसूस करना। यह एक आजीवन अभ्यास है जो अविश्वसनीय रूप से रोमांचक हो सकता है | हमारे छात्रों के पास जो प्रतिभा और ऊर्जा है उसका पोषण, आकार और सही दिशा में किया जाना चाहिए। हमारे संयुक्त प्रयासों से न केवल उनके करियर में सर्वश्रेष्ठ, बल्कि उनके जीवन में सर्वश्रेष्ठ लाया जाएगा। इस तरह हम न केवल व्यक्तियों को बल्कि पूरे समाज को भी समर्थन देने की आशा करते हैं जिससे हम सभी लाभान्वित होते हैं।

बच्चों, शिक्षकों और माता-पिता को यह समझना होगा कि शिक्षा कक्षा की पाठ्य पुस्तकों से पढ़े जाने तक सीमित नहीं है। माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को उतने प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए जितना वे कर सकते हैं। ज्ञान की प्यास बच्चे तक ही सीमित नहीं है। एक माता-पिता और शिक्षक के लिए यह भी आवश्यक है कि वे अपनी आंखें और कान खुले रखकर और जितना संभव हो सके पढ़कर और अपने बच्चों को इन आदतों को विकसित करने के लिए अपने स्वयं के ज्ञान बैंक में जोड़ते रहें। हमारा निश्चय हैं कि हम अपने विद्यार्थियों को उत्कर्ष शिक्षा केंद्र प्रदान करें , जो उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम एवं स्वावलंबी भारतीय नागरिक के रूप में सुसज्जित करें |

मेरी शुभकामनाये !
सस्नेह
दीपक पोरवाल
संचालक